चेन्नई में पुलिस मुठभेड़ में बिहार के चार लोगों की हुई मौत को गंभीरता से लेते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस महानिदेशक को जांच का निर्देश दिया है. अलग-अलग बैंक डकैतियों में शामिल पांच लोगों की चेन्नई के वेलाचेरी इलाके में पुलिस मुठभेड़ में कल मौत हो गयी थी जिसमें चार बिहार के रहने वाले थे. इस सिलसिले में बिहार सरकार की आगे की क्या कार्रवाई होगी सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि गृह विभाग और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अभ्यानंद को इसकी जांच का निर्देश दिया गया है.
वेलाचेरी इलाके में एक मकान में छिपे इन पांच लोगों में बिहार के चार और पश्चिम बंगाल का एक व्यक्ति शामिल था. पुलिस ने इस मकान के भूतल से पांच पिस्तौल, दो रिवाल्वर और कुछ मैगजीन तथा गोलाबारूद के अलावा 14 लाख रूपये नकद बरामद किए थे. पिछले एक महीने के अंदर शहर में बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाओं से दिनदहाड़े सशस्त्र लुटेरों ने क्रमश: 19 लाख और 14 लाख रूपये लूट लिए गए थे.
बिहार विधानसभा में गूंजा चेन्नई पुलिस मुठभेड़ मामला. बिहार विधानसभा में शुक्रवार को चेन्नई में बैंक डकैतियों के नाम पर बिहार के चार युवकों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने का मामला गूंजा. बिहार विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने यह मामला उठाते हुए तमिलनाडु सरकार से इस घटना की जांच कराने की मांग की.
बिहार के पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि तमिलनाडु पुलिस ने यदि केवल शक के आधार पर बिहार के चार युवकों को मार गिराया है तो यह गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि अगर सच में वे लोग दोषी थे तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था और सजा दिलाई जा सकती थी. राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्याम रजक ने भी कहा कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर निगाह रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग चाहे कहीं भी रहें, उनकी सुरक्षा की चिंता सरकार की है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक और चेन्नई के जिलाधीश को आज नोटिस जारी कर एक पुलिस मुठभेड़ में पांच संदिग्ध लुटेरों के मारे जाने की घटना की जांच करने को कहा है. चेन्नई में तड़के कथित रूप से मुठभेड़ में पांच लोगों को मार गिराया गया था जिसमें चार युवक बिहार और एक पश्चिम बंगाल का था.
तमिलनाडु पुलिस के मुताबिक ये लोग महानगर के वेलाचिरी इलाके के एक घर में छिपे थे. घर की घेराबंदी कर पुलिस ने जब उनसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा तो वे गोलीबारी करने लगे. जवाबी कार्रवाई में पांचों मारे गए. पुलिस के दो जवान भी इस मुठभेड़ में घायल हुए हैं. पुलिस ने घनी आबादी में स्थित दो मंजिली इमारत से पांच पिस्तौल, दो रिवाल्वर और कारतूसों के अलावा 14 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की है.
घटना स्थल से मिले मतदान पहचान पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर मृतकों की पहचान चंद्रिका रे, हरीश कुमार, विनय प्रसाद व विनोद कुमार (चारों बिहार) और पश्चिम बंगाल के अभय कुमार के रूप में हुई. पुलिस ने बुधवार को बैंक डकैतियों में शामिल एक संदिग्ध का वीडियो फुटेज जारी किया था. इन डकैतियों की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने 30 टीमें गठित की थीं.
स्थानीय लोगों की बातों ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के फर्जी एनकाउंटर की बात को और बल दिया है. स्थानीय लोगों की मानें तो उन्हें किसी भी तरह की गोली चलने की आवाज़ नहीं सुनायी दी लेकिन पुलिस का कहना है कि गोलियां चली थी. चेन्नई पुलिस की यह मठभेड़ अब सवालों के घेरे में आ गया है.
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