बिहार के शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने विधानसभा में तारांकित प्रश्न के जवाब में कहा, ‘‘राज्य में अभी 15 विश्वविद्यालय है. सरकार जरूरत को देखते हुए भविष्य में नये विश्वविद्यालय खोलेगी.’’
भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद के प्रश्न के जवाब में शाही ने कहा, ‘‘उच्च शिक्षा के लिए हर साल बिहार से कितने विद्यार्थियों का पलायन होता है, इस बारे में राज्य सरकार के पास संबंध कोई आंकड़ा नहीं है. सरकार भविष्य में विश्वविद्यालयों के पुनर्गठन की कार्रवाई करने की इच्छा रखती है.’’
प्रसाद ने कहा कि बिहार में आबादी के अनुपात में विश्वविद्यालय नहीं है. आंध्र प्रदेश में 42, राजस्थान में 47 और कर्नाटक में 40 विश्वविद्यालय है, जिसे देखते हुए राज्य में 15 विश्वविद्यालय की संख्या बहुत कम है. भाजपा विधायक ने कहा कि एमबीए, इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए हर साल ढाई लाख विद्यार्थी बाहर के राज्यों में पलायन करते हैं. एक साल में बिहार से करीब 2.5 करोड़ रुपये फीस आदि के रूप में बाहर चला जाता हैं. उन्होंने कहा करोड़ों का धन बाहर चले जाने को रोकने के लिए सरकार को पीपीपी आधार पर विश्वविद्यालय खोलना चाहिए.
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