अपने चुनावी प्रचार के दौरान सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में रविवार को कांग्रेस पर हल्ला बोलते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख एवं मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि लम्बे समय तक रायबरेली व उसके आस-पास के क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले गांधी परिवार ने इस क्षेत्र की पूरी तरह उपेक्षा की। रायबरेली में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा, "सालों से गांधी परिवार के लोग इस क्षेत्र से सांसद बन कर दिल्ली तो जाते रहे लेकिन इस क्षेत्र के विकास की ओर उनका कोई ध्यान नहीं रहा। आज इस क्षेत्र में बिजली, पानी, स्वास्थ्य शिक्षा आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं गांधी परिवार ने नहीं, बल्कि उनकी सरकार ने सुलभ कराई हैं। बसपा शासनकाल में ही इस क्षेत्र का विकास सम्भव हो सका है।"
उन्होंने कहा कि हर मामले में रायबरेली पिछड़ा हुआ है। रायबरेली में जो उद्योग लगे हुए थे कांग्रेस की लापरवाही के कारण वे लगभग बन्द हो चुके हैं। बेरोजगार लोग मारे-मारे घूम रहे हैं। मायावती ने कहा, "हमारी सरकार ने इस क्षेत्र में बन्द उद्योगों को चालू करने के लिए केन्द्र सरकार से पांच हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मांगा था, लेकिन केन्द्र ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यदि कांग्रेस ने रायबरेली का विकास किया होता तो आज गांधी परिवार को गली-गली घूमकर वोट मांगने की जरूरत नहीं पड़ती। दिल्ली में बैठे ही उन्हें वोट मिल जाते।"
उन्होंने कहा कि चालीस सालों तक उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का शासनकाल रहा। जब कांग्रेस के गढ़ रायबरेली और आस-पास के लोगों की आर्थिक स्थिति नहीं सुधर सकी तो इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों की हालत कितनी खराब रही होगी। कांग्रेस पार्टी को देश की सबसे बड़ी घोटालेबाज और भ्रष्टाचारी बताते हुए मायावती ने कहा, "केंद्र में पिछले 31 महीनों की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगभग 62 बड़े घोटाले हुए हैं। इन घोटालों में लगभग 20 लाख करोड़ रुपये के वारे-न्यारे हुए हैं।"
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