खुफिया एजेंसियों को इजरायल दूतावास की कार पर हुए आतंकी हमले में लेबनान के कुख्यात आतंकी संगठन हिज्बुल्ला के लिप्त होने के संकेत मिल रहे हैं।
गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने उच्चस्तरीय बैठक के बाद हालांकि किसी संगठन का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि हमलावर अच्छी तरह से प्रशिक्षित था। यह भी साफ है कि उसके निशाने पर इजरायल था।
पश्चिम एशिया में सक्रिय आतंकी संगठन, जिनमें हिज्बुल्ला प्रमुख है, इस किस्म के मैगनेटिक बमों से हमला करने में माहिर हैं। जांच एजेंसियां कड़ियां जोड़ने के साथ-साथ इस दृष्टिकोण से भी छानबीन कर रही हैं कि हिज्बुल्ला ने विस्फोट के लिए अपने आतंकी को यहां भेजा या देश में सक्रिय किसी आतंकी संगठन की मदद ली? इसके लिए ईरान, सीरिया और इजरायल से भारत आए लोगों की पड़ताल हो रही है।
देश में पहले से करीब 35 आतंकी और अलगाववादी संगठन सक्रिय हैं। इनमें कई पाक व बांग्लादेश से संचालित हैं। हिज्बुल्ला की दस्तक ने खतरे की एक और घंटी बजा दी है। हिज्बुल्ला शिया मुस्लिमों का आतंकी संगठन है। आरोप है कि उसे हथियार, ट्रेनिंग और आर्थिक सहायता ईरान और सीरिया से मिलती है। खुफिया ब्यूरो के पूर्व निदेशक अजित डोभाल के अनुसार, इजरायल को निशाना बनाए जाने से साफ है कि इसमें उसी के किसी दुश्मन का हाथ है। इसी आधार पर जांच आगे बढ़ रही है।
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