बिहार में भागलपुर के कहलगांव और पश्चिम बंगाल के फरक्का स्थित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) में कोयले और पानी की कमी के कारण दो इकाईयों में उत्पादन ठप हो गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि कहलगांव स्थित एनटीपीसी संयंत्र में कोयले की भारी कमी के कारण 210 मेगावॉट वाली चौथी इकाई को कल रात बंद कर दिया गया जबकि छह अन्य इकाईयों को कम लोड पर चलाया जा रहा है। इस्टर्न कोल फिल्ड की राजमहल परियोजना समेत कई स्थानों से पर्याप्त मात्रा में कोयले की आपूर्ति नहीं होने के कारण इस संयंत्र के कोयला भंडारण की स्थिति लगभग शून्य हो गई है जिसके कारण पांच सौ मेगावाट वाली तीन इकाईयां और 210 मेगावाट वाली चार इकाइयों के परिचालन में कठिनाई हो रही है।
सूत्रों ने बताया कि 210 मेगावाट वाली चौथी इकाई के बंद होने के कारण इस बिजली संयंत्र की कुल उत्पादन क्षमता 2340 मेगावॉट से घटकर 1650 मेगावॉट रह गई है। कोयले की कमी की स्थिति 24 घंटे तक और बनी रही तो कुछ और इकाईयां बंद करनी पड़ेगी। एनटीपीसी के फरक्का स्थित संयंत्र में गंगा नदी से मिलने वाली पानी की कमी के कारण 200 मेगावॉट वाली दूसरी इकाई को कल शाम से बंद कर देना पड़ा। एनटीपीसी के दोनों संयंत्रों की एक-एक इकाई के बंद होने से बिहार में जबरदस्त बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। इन दोनों इकाइयों के बंद होने से बिहार को मिलने वाली बिजली 13 सौ मेगावॉट से घटकर 883 मेगावॉट कर दी गई है।
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