प्रथम महिला विश्व कप कबड्डी चैंपियनशिप का खिताब रविवार को भारत ने अपने नाम कर लिया। जीत का सिलसिला बरकरार रखते हुए फाइनल मुकाबले में भारत ने ईरान को 25-19 से हराया। इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह में राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान की।
पाटलिपुत्र स्पोर्टस कॉम्पपलेक्स में खेले गये फाइनल मुकाबले के दौरान खचाखच भरे स्टेडियम में भारत ने टॉस जीतकर पहले फील्ड चुनने का फैसला किया। इसके बाद रेडर के रूप में भारतीय टीम के कप्तान ममता तथा चेजर के रूप में प्रियंका ने अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए तेजतर्रार खेल की माहिर समझे जाने वाली टीम ईरान से पहले हॉफ में एक लोना के सहायता से 19-11 से आगे हो गया।
हाफटाइम के बाद ईरान की ओर से गजला ने तेज खेल का प्रदर्शन करते हुए लगातार अंक अर्जित कर भारतीय खिलाडियों पर दबाव बना दिया। जबकि भारत रक्षात्मक खेल पर उतर आई। हाफटाइम के बाद जहां ईरान ने 8 अंक हासिल किये वहीं भारत की टीम मात्र 6 अंक ही जुटा पाई।
इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह में राज्य के उपमुख्यमंत्री ने विजेता टीम को ट्राफी प्रदान की। इस मौके पर राज्य के शिक्षा मंत्री पी़ क़े शाही और पटना सिटी क्षेत्र के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इसके पूर्व खेले गए सेमीफाइनल मैचों में भारत ने जहां जापान को वहीं ईरान ने थाइलैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश पाया था।
भारत और जापान के बीच खेले गये सेमीफाइनल मैच में भारत ने पहले से ही विपक्षी टीम पर दबाव बना लिया। हाफटाइम तक भारत की टीम दो लोना के साथ 33-7 की बढ़त बना ली थी। भारतीय टीम की कप्तान ममता पुजारी पूरे खेल में छायी रही और रेडर के रूप में अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक अंक बटोरे।
हालांकि हाफटाइम के बाद जापान के खिलाड़ियों ने भी काफी सूझबूझ का परिचय देते हुए कई अच्छे अंक बटोरे परंतु खेल के अंत में भारत ने जापान को 59-20 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। एक अन्य सेमीफाइनल के रोमांचक मुकाबले में ईरान ने थाईलैंड को 46-26 से पराजित किया। गौरतलब है कि गुरुवार से प्रारंभ हुए प्रथम महिला विश्व कप कबड्डी चैंपियनशिप में भारत सहित 16 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।
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