भारतीय हॉकी टीम की लंदन ओलंपिक के लिये तैयारियों पर संशय बना हुआ है क्योंकि खेल मंत्रालय ने अभी तक उनके ट्रेनिंग शिविर को मंजूरी नहीं दी है। यह शिविर सोमवार को बेंगलूर के साई केंद्र में शुरू होना है।
खेल मंत्रालय को पिछले साल नवंबर में इस शिविर की जानकारी दे दी गयी थी, लेकिन उसकी वजह से ही देरी हुई है। हॉकी इंडिया और भारतीय हॉकी महासंघ के बीच चल रही तनातनी से भी खिलाड़ियों का कोई भला नहीं हो रहा।
हॉकी इंडिया के अधिकारी ने कहा कि हॉकी इंडिया ने विभिन्न महासंघों से विचार के बाद नवंबर में खेल मंत्रालय और साइ को संशोधित कार्यक्रम सौंप दिया था। शिविर कल शुरू होना है लेकिन सरकार ने अभी तक हमसे संपर्क नहीं किया है। हॉकी इंडिया ने 19 नवंबर को प्रस्ताव सौंपने के बाद आठ दिसंबर को मंत्रालय और साई को एक और पत्र लिखा। इसके बाद भारतीय टीम के ओलंपिक क्वालीफायर जीतने के बाद भी उसने मंत्रालय से 27 फरवरी को शिविर को मंजूरी देने का आग्रह किया।
एक मार्च को साई के कार्यकारी निदेशक पीसी कश्यप ने भी मंत्रालय को इस प्रस्तावित शिविर की मंजूरी पर बैठक के लिये पत्र लिखा लेकिन हॉकी इंडिया अब भी सरकार के जवाब का इंतजार कर रही है। सूत्रों ने कहा कि भारतीय तैयारियों को झटका लगा है। खिलाड़ियों को आज बेंगलूर पहुंचना था लेकिन अब वे अपने घरों में इंतजार कर रहे हैं। कोच माइकल नोब्स भी दिल्ली में ही हैं। उसने कहा कि मंत्रालय की अनुमति के बिना शिविर शुरू नहीं हो सकता क्योंकि साई खिलाड़ियों को वहां इकट्ठा होने की अनुमति नहीं देगा।
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