दो विधायकों पर अश्लील फिल्म देखने का आरोप. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 21 मार्च 2012

दो विधायकों पर अश्लील फिल्म देखने का आरोप.


कर्नाटक के बाद अब गुजरात विधानसभा में भी  अश्लील फिल्म देखने का मामला सामने आया है जिस पर बीजेपी के लिए अपना दामन बचाना मुश्किल हो रहा है। बीजेपी के दो विधायकों शंकर चौधरी और जेठाभाई भरवाड़ पर विधानसभा में बैठकर अश्लील फिल्म देखने का आरोप लगा है। विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच विशेषाधिकार समिति करेगी।

जब विधानसभा अध्यक्ष के ध्यान में यह बात लाई गई तो उन्होंने इन विधायकों के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाने के बजाय विधायकों को केवल ऐसा न करने के लिए कहलवा दिया। बुधवार को विधानसभा में इस मसले पर खूब हंगामा मचा। कांग्रेस ने इसे विधानसभा का अपमान बताते हुए जांच की मांग की। उधर, बीजेपी ने कहा है कि अगर आरोप सही पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। शंकर चौधरी के टैबलेट की एफएसएल जांच होगी। हालांकि चौधरी का कहना है कि ये आरोप गलत हैं और उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है। 

मामला सामने आने के बाद कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के सभी विधायकों के एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। 

जिन विधायकों पर आरोप लगा है , वे इससे इनकार कर रहे हैं। आरोप है कि सदन के पहले सत्र की बैठक पूरी होने में करीब एक घंटे का वक्त था। तभी शंकर चौधरी हाथ में टैबलेट लिए आए और जेठा भाई भरवाड़ के पास बैठ गए। जेठा भाई भरवाड़ सर्फिंग करके टैबलेट पर अश्लील फिल्म देखने लगे। उनकी यह हरकत प्रेस गैलरी में बैठे पत्रकार भी देख रहे थे। पत्रकारों ने यह बात विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंचाई लेकिन कार्रवाई करने के बजाय उन्होंने दोनों विधायक को टैबलेट बंद करने का निर्देश भिजवा दिया। 

हालांकि बीजेपी ने आरोप से इनकार किया है। पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव विजय रूपानी ने कहा कि आरोप गलत हैं और कांग्रेस के इशारे पर इसे तैयार किया गया है। ' रूपानी ने कहा , ' मुझे विश्वास है कि वे टेबलेट पर उस प्रकार की सामग्री नहीं देख रहे थे। ' 

गौरतलब है कि इससे पहले 7 फरवरी को कर्नाटक सरकार के तीन मंत्रियों द्वारा भी विधानसभा कार्यवाही के दौरान मोबाइल पर पॉर्न क्लिप देखने की बात सामने आई थी। इसके बाद तीनों मंत्रियों लक्ष्मण सवाडी , सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर को पद से इस्तीफा देना पड़ा था और जांच के लिए विधानसभा के सात सदस्यों की कमिटी बनाई गई थी। कमिटी में शामिल बीजेपी के चार सदस्यों में से एक नेहरू ओलेकर ने कहा कि घटना वाले दिन 15 से अधिक विधायकों ने विधानसभा में अश्लील क्लिपिंग को देखा था। ये विधायक बीजेपी , कांग्रेस और जेडी ( एस ) से जुड़े हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: