भारत में दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए ब्रेल लिपि में छपा एक हिन्दी अख़बार शुरू किया गया है. हिन्दी में अपनी तरह के ऐसे पहले अख़बार का नाम है रिलायंस दृष्टि. इस पाक्षिक अख़बार की पहली प्रति को इस सोमवार मुंबई में कमला मेहता अंध विद्यालय में जारी किया गया.
यह अख़बार रिलायंस फ़ाउंडेशन की ओर से निकाला जा रहा है जो उद्योगपति मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की एक परोपकारी संस्था है.रिलायंस दृष्टि का संपादन स्वागत थोराट करेंगे जो कि एक पाक्षिक मराठी पत्र के संस्थापक हैं. स्वागत थोराट ने कहा कि वर्तमान दौर में सूचनाओं के महत्व के कारण समाज के एक वंचित तबके के लिए ऐसे एक अख़बार की बहुत आवश्यकता थी. उन्होंने कहा,"आज भारत में हर घर में सुबह का मतलब चाय की गर्म प्याली और अख़बार होता है. मगर किसी ने भी देश में रहनेवाले हज़ारों दृष्टिहीनों के बारे में नहीं सोचा जो इस बुनियादी सुविधा से वंचित हैं."
इस अख़बार का विमोचन रिलायंस फ़ाउंडेशन की अध्यक्ष और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के प्रमुख मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने किया. उन्होंने इस मौक़े पर कहा,"दुनिया के दृष्टिहीन लोगों में से एक बड़ी आबादी विकासशील देशों में रहती है और इस वर्ग को उनकी शारीरिक अक्षमता के कारण जानकारी से दूर रखने का कोई मतलब नहीं है." रिलायंस दृष्टि महीने के पहले और तीसरे मंगलवार को प्रकाशित होगी. से देश में दृष्टिहीनों के लिए काम करनेवाली 325 संस्थाओं में निःशुल्क बाँटा जाएगा.
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