इंटरनेट के जरिए रेल टिकट बुक कराने वाले पैसेंजरों के लिए अब इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिजम कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) जल्द ही एक नई स्कीम लाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत रेल पैसेंजर नेट बैंकिंग या फिर चेक या डिमांड ड्राफ्ट से आईआरसीटीसी के खाते में पहले ही रकम ट्रांसफर कर सकेंगे। इस रकम के इस्तेमाल के लिए पासवर्ड भी होगा। इससे पैसेंजर को टिकट बुक कराते ही पेमेंट के लिए बैंक के गेट-वे की ओर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और टिकट की रकम, उस जमा रकम में से खुद ही कट जाएगी और टिकट बुक हो जाएगा।
आमतौर पर शिकायत होती है कि टिकट बुक कराते वक्त आईआरसीटीसी की साइट पर ज्यादा वक्त लगता है और इस दौरान टिकट बुक हो जाते हैं। ऐसे में पैसेंजरों को कन्फर्म टिकट से वंचित रहना पड़ता है। एक साथ बड़ी तादाद में कस्टमरों के टिकट के लिए ऑनलाइन होने से नेट की स्पीड पर असर पड़ता ही है। एक वजह यह भी है कि जब पैसेंजर टिकट बुक कराकर टिकट की रकम के लिए अपने बैंक के गेटवे के लिए जाता है तो उसमें काफी वक्त लगता है। कई बैंकों की वेबसाइट ही स्लो होती है। नई स्कीम के बारे में आरबीआई से बातचीत की जा रही है। चूंकि, इस मामले में पैसेंजर का पैसा आईआरसीटीसी के पास रिजर्व रहेगा, इसलिए आरबीआई की मंजूरी के बाद ही यह स्कीम लागू की जा सकेगी। रोजाना ट्रेनों के तकरीबन 10 लाख टिकट ओपन होते हैं और एक मिनट में दो से ढाई हजार टिकट इंटरनेट से बिक जाते हैं।
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