बिहार में राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन का लाख दंभ भर ले, लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों विद्यालय किसी न किसी कारणवश बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. ऐसे ही विद्यालयों में शामिल है राजकीय प्राथमिक विद्यालय उदसपुरा.
जहां भवन के अभाव में पिछले कई वर्षो से विद्यालय के बच्चों को गांव स्थित देवी स्थान मंदिर की फर्श पर बैठकर पढ़ना पड़ता है. कुल 71 छात्रों पर दो शिक्षक कार्यरत हैं. जिनमे से मात्र एक ही शिक्षक विद्यालय पहुंच पाते हैं.राशि के अभाव में यहाँ मध्याह्न भोजन भी बंद है. और भवन निर्माण की राशि निकाल कर प्रभारी फरार हैं. छात्रों के अनुसार बरसात के दिनों में विद्यालय बंद रहता है. आखिर सवाल यह उठता है कि राजधानी से सटे इस विद्यालय का यह हाल है तो सुदूर ग्रामीण देहात में स्थित विद्यालयों का क्या हाल होगा.
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