बिहार के नक्सल और बाढ़ प्रभावित जिलों में 85 स्थानों पर सैटेलाइट फोन लगाए जाएंगे. ऐसा आपात स्थिति में बेहतर संचार व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया जाएगा. सैटेलाइट फोन के जरिए प्राकृतिक और मानव निर्मित विपदाओं के समय अच्छी तरह जुड़ा रहा जा सकता है.
बीएसएनएल के अनुसार जैसे ही सैटेलाइट फोन से जुड़े उपकरण पटना पहुंच जाएंगे, राज्य भर में उन्हें लगा दिया जाएगा. सैटेलाइट फोन लगाने का काम बहुत जल्द शुरू हो सकता है. बस, उपकरणों के पहुंचने की देर है.
राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी हमेशा से कहते रहे हैं कि नक्सलियों को रोकने के प्रयास में जुटे सुरक्षाक बलों के लिए सैटेलाइट फोन काफी उपयोगी साबित होंगे. राज्य पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार से यह कहा था कि सैटेलाइट फोन राज्य के लिए इसलिए जरूरी हैं क्योंकि नक्सल प्रभावित स्थानों पर अक्सर मोबाइल फोन का नेटवर्क नहीं मिलता है. कैमूर, रोहतास, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, बांका, नवादा और गया जिलों के सुदूरवर्ती इलाकों के पुलिसकर्मियों ने नेटवर्क नहीं मिलने की शिकायत कई बार की है. ये इलाके नक्सल प्रभावित हैं.
साथ ही साथ सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, दरभंगा, कटिहार और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी सैटेलाइट फोन काफी उपयोगी साबित होंगे. इनकी मदद से बचाव और राहत कार्यो को सुचारू रूप से जारी रखा जा सकता है.
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