चाय अब हमारा राष्ट्रीय पेय होगा। सबकुछ ठीकठाक रहा तो इसकी घोषणा अगले वर्ष अप्रैल तक कर दी जाएगी। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने रविवार को असम टी प्लाटर्स एसोसिएशन के 75 वीं वर्षगाँठ समारोह को संबोधित करते हुए कहा है कि चाय को अगले साल 17 अप्रैल तक 'राष्ट्रीय पेय' घोषित किया जाएगा.
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने यह घोषणा की है. असम के जोरहट में असम टी प्लांटर्स एसोसिएशन की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने कहा कि आगमी 17 अप्रेल को चाय को राष्ट्रीय पेय घोषित किया जाएगा. इसी दिन असम में चाय उगाने वाले पहले भारतीय और 1857 के विद्रोह के नायक मनीराम दीवान का जन्मदिन भी है.
मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने कहा कि चाय के महत्त्व का दूसरा महत्वपूर्ण कारण यह है कि यहाँ काम करने वाली श्रमिकों में आधी महिलाएं हैं और चाय उद्योग संगठित क्षेत्र में सबसे बड़ा रोज़गार दाता है. सबसे अधिक चाय का उत्पादन और इसकी खपत भारत में ही है.
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