नर-नारायण पर्वत पर स्थित भू-बैकुंठ धाम व नारायण की तपस्थली बदरीनाथ के कपाट रविवार को ब्रह्ममुहूर्त में चार बजे मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने पर हजारों श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए। उद्योगपति अनिल अंबानी व नीरा राडिया ने बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल केशव प्रसाद नंबूदरी के साथ दर्शन किए।
10500 फीट की ऊंचाई पर स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले 2 बजे कंपकंपाती ठंड के बावजूद भी देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने पंचशिला से लाइन लगानी शुरू कर दी थी। 3रू35 बजे से ही बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार की पूजा-अर्चना शुरू हुई, तो बदरी विशाल के जयकारों से पूरी बदरीशपुरी भक्तिमय हो उठी। ठीक 4 बजे भगवान बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ वैदिक मंत्रोच्चार व पूजा अर्चना के बीच खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर संस्कृत वेद वेदांग महाविद्यालय के 10 छात्रों ने विष्णु सहस्रनाम का पाठ कराया। कपाट खुलने के बाद पहले दिन तकरीबन 15 हजार श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किए।
कपाटोद्घाटन के अवसर पर गढ़वाल स्काउट की भक्तिमय बैंड धुनों व स्थानीय वाद्य यंत्रों के अलावा नव नियुक्त धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल व चारों वेदपाठियों ने मंत्रोच्चारण किया। कपाट खुलने के बाद रावल केशव प्रसाद नंबूदरी ने पूजा संपन्न करने के बाद गर्भगृह से लक्ष्मी को अलग कर उसे लक्ष्मी मंदिर में स्थापित किया। उनके स्थान पर नारायण की पंचायत में उद्धव व कुबेर को रखा गया। 11 बजे से अभिषेक व महाभिषेक पूजा शुरू की गई। रात्रि 10 बजे शयन आरती पूजा के साथ पहले दिन की सभी पूजा संपन्न की गई। कपाट खुलने के अवसर पर नायब रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अनसूया प्रसाद भट्ट, उपाध्यक्ष मधु भट्ट, मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, प्रभारी जिलाधिकारी हरीश चंद्र कांडपाल, बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी, एसडीएम जोशीमठ मोहन सिंह बर्निया समेत हजारों श्रद्धालु शामिल रहे।
(राजेन्द्र जोशी)
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