गृह मंत्री पी चिदंबरम को लेकर हो रहे हंगामे के बाद शुक्रवार को संसद की कार्यवाही कई बार रोकनी पड़ी, गतिरोध को खत्म करने के लिए कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक बुलाई गई.
चिदंबरम और उनके बेटे कार्ती चिदंबरम पर जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी के लगाए आरोपों को लेकर संसद में जबर्दस्त हंगामा हुआ. एनडीए ने मांग की कि इन आरोपों के बाद अब गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
सुब्रमण्यम स्वामी ने पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ती चिदंबरम पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री को एक पात्र लिखा है. इसमें स्वामी ने कहा है कि कार्ती के रिश्ते टू-जी घोटाले की दोषी कंपनियों से थे और इससे जो पैसा कमाया गया वो विदेश भेज दिया गया.
स्वामी का आरोप है कि कार्ती की कंपनी एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग ने एयरसेल टेलीवेंचर में 26 लाख रुपये लगाए थे और एयरसेल टेलीवेंचर तब सी शिवशंकरन की कंपनी थी. कार्ती की कंपनी के एयरसेल में पैसे लगाने के कुछ महीने बाद ही मलेशिया की मैक्सिस ने एयरसेल में 4 हजार करोड़ में 74 फीसदी का हिस्सा खरीदा. इस निवेश को एफआईपीबी ने मई 2006 में मंजूरी दी थी. स्वामी की मुताबिक जब मैक्सिस के निवेश को मंजूरी मिली तब चिदंबरम वित्त मंत्री थे और एयरसेल-मैक्सिस डील के बाद एयरसेल टेलीवेंचर ने 1300 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन दिया, लेकिन किसको लोन दिया, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है. स्वामी का कहना है कि मैक्सिस के निवेश को तभी मंजूरी मिली जब ये तय हो गया कि कार्ती को इससे फायदा मिलेगा.
1 टिप्पणी:
सज़ा दिलाने के लिए यहां सदियां दरकार हैं।
देखिए एक लघुकथा
विवाद -एक लघुकथा डा. अनवर जमाल की क़लम से Dispute (Short story)
http://mankiduniya.blogspot.com/2012/04/dispute-short-story.html
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