मिस्र में राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को सत्ता से बेदखल करने में अहम स्थान रखने वाले तहरीर चौक पर एक बार फिर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए हैं। देश का शासन सम्भाल रही सैन्य परिषद के खिलाफ एकजुट हुए लोग सत्ता आम जनता को सौंपने की मांग कर रहे हैं। समाचार पत्र 'वाशिंगटन पोस्ट' के मुताबिक मुबारक की सत्ता में प्रमुख भूमिका निभाने वाले व्यक्तियों को राष्ट्रपति पद के चुनावों से दूर रखने की मांग को लेकर देश के उदारवादी दलों ने रैली का आह्वान किया था लेकिन शुक्रवार को इस रैली ने सैन्य परिषद विरोधी रुख धारण कर लिया।
कट्टर इस्लामी दलों ने पिछले सप्ताह इसी तरह का प्रदर्शन किया था लेकिन इस प्रदर्शन में उदारवादी शामिल नहीं हुए लेकिन इस बार के विरोध-प्रदर्शन में देश के सभी दल एक साथ शामिल हुए हैं। मिस्र में दशकों तक निरंकुश शासन के बाद पहली बार होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों से पहले सभी राजनीतिक दलों का लामबंद होना काफी महत्व रखता है। देश की सबसे बड़ी पार्टी मुस्लिम ब्रदरहुड भी रैली में शामिल हो रही है। मुस्लिम ब्रदरहुड से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार खैरात अल-शातेर को अयोग्य ठहराए जाने के बाद पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को तहरीर चौक पर जुटने का आह्वान किया है। शुक्रवार को हो रहे इस विरोध-प्रदर्शन में 50 से अधिक समूह हिस्सा ले रहे हैं।
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