सीबीआई ने भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वी.आर.एस. नटराजन और एक कंसल्टेंसी कम्पनी के निदेशक के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए. जांच एजेंसी ने बीईएमएल द्वारा एक कंसल्टेंसी कम्पनी को ठेका देने से जुड़े साक्ष्यों के लिए नटराजन के आवास एवं कार्यालय की तलाशी ली.
सीबीआई ने नई दिल्ली में अपने एक बयान में कहा, "बीईएमएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और कोयंबटूर स्थित कम्पनी के निदेशक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम, 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. साथ ही आरोपियों के कार्यालयों एवं आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है."
आरोपियों ने एक उद्यम संसाधन योजना (ईआरपी) परियोजना को लागू करने के लिए तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित एस्ट्रल कंसल्टिंग लिमिटेड को ठेका देने की प्रक्रिया में कथित रूप से अनियमितताएं बरतीं. यह मामला इन्हीं अनियमितताओं से सम्बंधित है. अधिकारियों की कथित अनियमितता से बीईएमएल को नुकसान पहुंचा.
तमिलनाडु में एस्ट्रल कंसल्टिंग लिमिटेड के निदेशक सी.एस. श्रीवत्सन के स्वामित्व वाले परिसरों की भी तलाशी ली गई. नटराजन के कार्यालय एवं आवास से काफी संख्या में दस्तावेज जब्त होने के बाद सीबीआई के एक छह सदस्यीय दल ने नटराजन से पूछताछ करनी शुरू की है. सीबीआई के एक प्रवक्ता ने नई दिल्ली में आईएएनएस से कहा, "नटराजन के आवास एवं कार्यालय पर तलाशी सुबह करीब आठ बजे शुरू हुई और हमारे अधिकारी ठेका देने की प्रक्रिया की अनियमितताओं से जुड़ी फाइलों एवं दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं."
सीबीआई के एक अधिकारी के अनुसार आरोपी बेंगलुरू में और वर्ष 2004-09 के दौरान अन्य स्थानों पर हुई आपराधिक साजिश में पक्ष हैं. बीईएमएल के एक अधिकारी ने बताया कि विवादास्पद टाट्रा ट्रक खरीद मामले से तलाशी का कोई सम्बंध नहीं है जिसमें कि सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह ने गत 26 मार्च को आरोप लगाया कि 600 घटिया टाट्रा ट्रक की सौदेबाजी को मंजूरी देने के लिए उन्हें सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी.
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