रामदेव ने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा के लिए मनोनीत करने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि यह कदम मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए उठाया गया है। रामदेव ने यहां पत्रकारों से कहा, "कांग्रेस डूबता जहाज है। पार्टी ने तेंदुलकर को भारत रत्न नहीं दिया, लेकिन राज्यसभा के लिए मनोनीत कर दिया। यह काले धन एवं भ्रष्टाचार पर लोगों एवं मीडिया का ध्यान भटकाने की रणनीति है।"
उन्होंने कहा, "यदि संसद में रहकर क्रिकेट खिलाड़ी और सेलिब्रेटी काले धन को देश में वापस ला सकते हैं तो मैं सरकार से प्रत्येक क्रिकेट खिलाड़ी एवं सेलिब्रेटी को मनोनीत करने के लिए निवेदन करता हूं।" योग गुरु ने कहा कि इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तेंदुलकर पर कई तरफ से राजनीतिक दबाव पड़े हैं। माजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम में शामिल होने के उनके निर्णय पर रामदेव ने कहा कि राजनीतिक ताकतें उनके निर्णय पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "उद्योग एवं राजनीति से जुड़े कुछ भ्रष्ट नेता हमारे साथ रहने से अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं। इसलिए वे हमारे साथ रहने पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहे हैं।" योग गुरु ने कहा, "न तो अन्ना हजारे और न ही मैंने यह दावा किया है कि हम अपने अभियानों को जोड़ने जा रहे हैं। जब जरूरत पड़ेगी तो हम साथ आएंगे जैसा कि तीन जून को साथ आने की योजना है।" रामदेव ने हजारे के साथ मतभेद की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि वे दोनों तीन जून को जंतर मंतर पर उपवास रखेंगे। रामदेव ने एक मई से शुरू हो रही भारत स्वाभिमान यात्रा के तीसरे चरण के विषय में जानकारी दी। यह यात्रा तीन जून को जंतर मंतर पर समाप्त होगी।
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