बाबा रामदेव के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाने और एक मुस्लिम नेता के निष्कासन को लेकर टीम अन्ना में मतभेद सामने आ चुके हैं, लेकिन गांधीवादी अन्ना हजारे ने सोमवार को अपने समूह में कोई मतभेद न होने का दावा करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वह और रामदेव मंच पर साथ नजर आएंगे।
अन्ना ने देश भर में कोई संयुक्त यात्रा निकाले जाने से इंकार किया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुफ्ती शमीम काजमी के आचरण को लेकर समूह के विचारों में मतभेद नहीं हैं। काजमी पर कोर समिति की बैठक की कार्रवाई की गोपनीय तरीके से रिकार्डिंग करने का आरोप है।
हजारे ने कहा अगर कोई दरार होती तो हम लड़ रहे होते। ऐसी कोई बात नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहे हजारे ने इसमें बाबा रामदेव की भागीदारी को लेकर अपनी टीम में मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल, करीब एक माह तक तो मैं महाराष्ट्र के दौरे पर रहूंगा। काले धन के खिलाफ उनके अभियान को हमारा समर्थन है और जन लोकपाल पर हमें उनका समर्थन है। हम सभी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं।
हजारे ने कहा कि हम काला धन वापस लाने, लोकपाल और लोकायुक्त विधेयकों के साझे लक्ष्य के लिए लड़ रहे हैं। हमें एक साथ खड़े होना चाहिए और इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। हजारे ने यह बातें ऐसे समय पर कही हैं जब टीम अन्ना में रामदेव की भागीदारी को लेकर तनाव बढ़ रहा है। रामदेव के साथ टीम अन्ना के जुड़ाव को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। टीम के एक वर्ग का मानना है कि उनके खिलाफ लगे आरोपों के चलते, उनके साथ विश्वसनीयता का संकट जुड़ा हुआ है। कल हुई एक बैठक में फिर से कहा गया कि दोनों पक्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक दूसरे को समर्थन देंगे लेकिन रामदेव के साथ संयुक्त अभियान नहीं चलाया जाएगा।
टीम अन्ना के सदस्य और अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और इस पर रामदेव ने हमें समर्थन दिया लेकिन न हमारा कोई साझा मंच है और न ही हमारे बीच कोई आम सहमति है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर हमारे बीच सहमति है और देश को लेकर हमारी साझी चिंता है। टीम अन्ना की एक और सदस्य किरण बेदी ने कहा कि हजारे और रामदेव दोनों ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं और दोनों आंदोलन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि दोनों का मुद्दा एक ही है। आप देख रहे हैं कि समाज भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट है। अगर भ्रष्ट लोग एक हो सकते हैं तो उनके खिलाफ एक स्वर में आवाज क्यों नहीं उठ सकती।
रामदेव के साथ जुड़ाव के मुद्दे पर टीम अन्ना में मतभेद के बारे में पूछने पर किरण ने कहा कि हर व्यक्ति के विचार समान होना जरूरी नहीं है। काजमी के निष्कासन के बारे में पूछने पर हजारे ने कहा कि इससे मुद्दे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोई दरार नहीं है। आप किस दरार की बात कर रहे हैं। समस्या हुई थी जब कल टीम के एक सदस्य ने सूचनाएं लीक की थीं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें