सीबीआई ने झारखण्ड में 30 मार्च के राज्यसभा चुनाव में कथित खरीद-फरोख्त को लेकर तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में हालांकि किसी विधायक या प्रत्याशी का नाम शामिल नहीं है। राज्यसभा चुनाव के एक निर्दलीय प्रत्याशी के भाई की कार से 2.15 करोड़ रुपये बरामद होने बाद निर्वाचन आयोग ने 30 मार्च को सम्पन्न चुनाव रद्द कर दिया था। प्रदेश से राज्यसभा की दो सीटों के लिए नए चुनाव तीन मई को होंगे। सीबीआई के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा, "रांची के नामकुम पुलिस थाने में रुपये बरामदगी को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है।" उन्होंने यह भी कहा कि जांच के दौरान प्राथमिकी में प्रत्याशियों एवं विधायकों के नाम जोड़े जा सकते हैं।
समझा जाता है कि ये पैसे विधायकों के वोट खरीदने के लिए थे। निर्दलीय प्रत्याशी आर. के. अग्रवाल के भाई सुरेश अग्रवाल की कार से ये पैसे बरामद किए गए थे। इस मामले में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए झारखण्ड उच्च न्यायालय ने निर्वाचन आयोग से इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसी से करवाने को कहा था। इस बीच, झारखण्ड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को वर्ष 2010 के राज्यसभा चुनाव की भी सीबीआई जांच कराने की मांग की। उस वर्ष एक टेलीविजन चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में चार विधायकों को वोट के लिए पैसे मांगते हुए दिखाया गया था।
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