HC के फैसले को चुनौती देगी बिहार सरकार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 18 अप्रैल 2012

HC के फैसले को चुनौती देगी बिहार सरकार


बिहार के चर्चित बथानी टोला नरसंहार मामले में निचली अदालत से सजा पाए 23 आरोपियों को बरी करने के पटना उच्च न्यायालय के फैसले को राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देगी। राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि सरकार पटना उच्च न्यायालय के फैसले पर कुछ नहीं कर सकती, लेकिन इसे सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। भोजपुर जिले के बथानी टोला गांव में 21 लोगों के नरसंहार से सम्बंधित एक मामले में निचली अदालत से सजा पाए 23 लोगों को पटना उच्च न्यायालय ने सोमवार को बरी कर दिया था। 

भोजपुर जिले के सहार थाना अंतर्गत आने वाले बथानी टोला गांव में 11 जुलाई 1996 को हुए नरसंहार में 21 लोगों की मौत हो गई थी। आरा की एक अदालत ने इस मामले में 23 लोगों को दोषी करार देते हुए 12 मई 2010 को सजा सुनाई थी। तीन लोगों को फांसी और 20 अन्य को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में 63 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए थे।


कोई टिप्पणी नहीं: