सरकार ने सोमवार को कहा कि उच्च मेडिकल शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले डॉक्टरों को सरकार के साथ एक बांड पर दस्तखत करने होंगे और अध्ययन समाप्त करने के बाद भारत लौटकर इस बांड की शर्तों का पालन करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इस साल से आगे की मेडिकल शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले छात्र को एक बांड देना होगा कि वे अध्ययन करने के बाद वापस आएंगे। पिछले तीन साल में 3000 डॉक्टर अध्ययन करने के लिए विदेश गये और वापस नहीं आये। अब से यदि कोई छात्र अमेरिका से वापस नहीं आता तो उसे वहां प्रेक्टिस की इजाजत नहीं दी जाएगी।
आजाद ने कहा कि इस साल से अमेरिका किसी भी अमेरिकी संस्थान में पंजीकरण कराने वाले छात्र को सरकार की तरफ से एनओसी दिये जाने पर जोर दे रहा है। आजाद ने कहा कि अमेरिका को छोड़कर अन्य कोई देश इस एनओसी के लिए नहीं कह रहा है। जो 2012 से अध्ययन के लिए अमेरिका जाने का आवेदन करेंगे, उन्हें हमें एक बांड देना होगा, जिसमें लिखा होगा कि वे अध्ययन समाप्त करने के बाद वापस आएंगे। यदि वे बांड की शर्तों को पूरा नहीं करते तो हम अमेरिका को लिखकर कह सकते हैं कि उस छात्र को वहां प्रेक्टिस की इजाजत नहीं दी जाए।
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