नीतीश के सुशासन में बिहार में एक ऐसी घटना ने दश्तक दी है जिसने यह साबित कर दिया है कि बिहार से गुंडाराज का सफाया बहुत मुश्किल है। बिहार की राजधानी पटना के नजदीक नवादा जिले में कुछ दंबगों ने एक युवक को जिंदा जला दिया। ऐसा इसलिये किये गया क्योंकि वह अपनी मां के साथ हुए सामुहिक बलात्कार का चश्मदीद गवाह था। घटना रविवार की है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवादा जिले के नरहट इलाके के एक गांव में रहने वाले 17 वर्षीय चिंटू की मां के साथ वर्ष 2006 में सामुहिक बलात्कार हुआ था। पांच लोगों ने मिलकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया था जिसका एक मात्र गवाह चिंटू ही था। आरोपियों ने उसे कोर्ट में गवाही ना देने और केस वापस लेने की कई बार धमकी दे चुके थे लेकिन वह नहीं माना था।
इसी मामले में रविवार की दोपहर दबंगों ने चिंटू के घर पर धावा बोल दिया और उसे जिंदा जला डाला। जब चिल्लाने की आवाज हुई तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तबतक आरोपी मौके से फरार हो गये थे। स्थानीय लोगों से सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलावस्था में चिंटू को अस्पताल में भर्ती कराया। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
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