सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल मंगलवार को 22वें दिन भी जारी रही और इसके साथ ही विमानन कंपनी का नुकसान 310 करोड़ रुपये को पार कर गया।
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि टिकट रद्द करने, कर्मचारियों और अधिकतर बोइंग 777 विमानों का उपयोग नहीं होने के कारण कम्पनी को नुकसान हुआ। हमारी उम्मीद है कि दो जून से हमारा नुकसान घटकर पांच करोड़ रुपये प्रति दिन रह जाएगा।
विमानन कम्पनी ने एक योजना के तहत एक जून से हांगकांग, ओसाका, सियोल और टोरंटो सहित सात अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों के लिए अपनी उड़ान कार्यक्रम से हटाने का फैसला किया। विमानन कम्पनी अपनी नियमित 45 की जगह सिर्फ 38 उड़ानों का ही संचालन करेगी। इसके अलावा फिलहाल कम्पनी ने यूरोप और अमेरिका की अपनी उड़ानों को आपस में मिला दिया और काफी कम उड़ानों का संचालन कर रही है। विमानन कम्पनी के पायलट आठ मई से सामूहिक अवकाश पर हैं। वे पुरानी कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का प्रशिक्षण दिए जाने का विरोध कर रहे हैं।
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