पाकिस्तानी सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी ने कहा है कि भारत ने सियाचिन ग्लेशियर पर रुख सख्त किया है। कयानी ने मीडियाकर्मियों के समक्ष यह टिप्पणी सियाचिन ग्लेशियर इलाके के ग्यारी सेक्टर का दौरा करने के बाद की है। सियाचिन में हुए भारी हिमस्खलन और उसमें लगभग 140 पाकिस्तानी सैनिकों के दफन हो जाने के बाद कयानी का इस क्षेत्र में यह तीसरा दौरा था।
समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, कयानी ने कहा कि भारत अब मोर्चो को फिर से निर्धारित करने की मांग कर रहा है। कयानी ने हालांकि कहा कि "ताली दोनों हाथों से बजती है"। इसके पहले 18 अप्रैल को कयानी ने कहा था कि सियाचिन ग्लेशियर को सेना से मुक्त करने के लिए उनका देश भारत के साथ बातचीत का इच्छ्रुक है। कयानी ने कहा था, "दोनों पड़ोसियों के बीच शांतिपूर्ण साहचर्य बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि हरकोई जनता की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सके।"
कयानी ने कहा था, "दोनों देशों को एकसाथ बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" लेकिन पाकिस्तान ने ठीक एक दिन बाद यह कहते हुए अपना रुख पूरी तरह बदल लिया था कि विवादित ग्लेशियर को लेकर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मोआजम अली खान ने यहां कहा कि पाकिस्तान ने सियाचिन ग्लेशियर पर अपने रुख में कोई बदलाव नहीं किया है। खान ने कहा, "यह हम दोनों के हित में है कि हम सभी मुद्दों को एक अर्थपूर्ण और परिणाम केंद्रित तरीके से हल करें।"
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