बिहार के भागलपुर में अवैध शराब के ठिकाने पर छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. इस हमले में थाना प्रभारी उमेश पासवान सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि ग्रामीणों ने उनके दो हथियार भी छीन लिये. हालांकि पुलिस ने बाद में यह हथियार बरामद कर लिये.
कहलगांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि वंशीचक गांव में बीती रात अवैध शराब के ठिकाने पर छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर ग्रामीणों द्वारा किए गए हमले में थाना प्रभारी उमेश पासवान सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए और उनके दो हथियार छीन लिए गए. सभी घायलों को पीरपैंती रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें गंभीर रूप से घायल थाना प्रभारी को बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय अवस्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया गया है.
हमलावर ग्रामीणों ने उमेश पासवान का सर्विस रिवाल्वर तथा एक होमगार्ड जवान का राइफल छीन लिया था जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया. उन्होंने बताया कि हिंसा पर उतारू ग्रामीणों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पडा जिसमें एक महिला समेत तीन ग्रामीण घायल हो गए. घायल ग्रामीणों को इलाज के लिए जिला सदर अस्पताल भेजा गया है.
वंशीचक गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भागलपुर प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पहुंचे और घायल ग्रामीणों के परिजनों से भेंट की. वंशीचक गांव में संथाली आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं और ग्रामीणों का आरोप है कि वहां देर रात करीब डेढ बजे पहुंची पुलिस ने वहां आयोजित एक शादी समारोह के लिए रखे गए महुआ से बने दारू को जब्त कर लिया और उसी गांव के संझला बासुकी को गिरफ्तार कर लिया. संझला बासुकी को गिरफ्तारी से ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस ने अतिरिक्त बल को बुलाकर ग्रामीणों के घरों में घुसकर उनकी पिटाई की. पुलिस अधीक्षक के एस अनुपम ने कर्तव्यहीनता के आरोप में थाना प्रभारी उमेश पासवान को निलंबित कर दिया है.
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