तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में कर्नाटक की भाजपा सरकार संकट में घिर गई है। पूर्व मुख्यमंत्री बीएस. येदियुरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखकर पार्टी छोडऩे की धमकी दी है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें आठ मंत्रियों, 42 विधायकों व कई सांसदों का समर्थन हासिल है। मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने सरकार पर किसी संकट से इनकार किया है।
येदियुरप्पा ने कहा, 'मेरा मानना है कि नौ मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वे मौजूदा सीएम द्वारा खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं।' पूर्व सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मुझे सोनिया गांधी की तारीफ करनी चाहिए जो तुमकुर में एक कार्यक्रम के सिलसिले में आई थीं। कांग्रेस पार्टी बेहद एकजुट पार्टी है और यह अपने कार्यकर्ताओं की काफी मदद करती है। कांग्रेस पार्टी अपने लोगों को संकट से निकालने में मदद करती है। जबकि बीजेपी इस इंतजार में रहती है कि इसके लोग संकट में फंसें और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। जब बीजेपी का कोई कार्यकर्ता मुश्किल में पड़ता है तो पार्टी उस कार्यकर्ता की कुर्सी छीन लेती है।' गडकरी ने येदियुरप्पा के बयान पर कहा, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं पार्टी का एक कार्यकर्ता हूं। मुझे जो काम दिया जाएगा, उसे मैं पूरा करूंगा।'
येदियुरप्पा कुछ दिनों से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे थे। तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए। इसके बाद घटनाक्रम तेजी से बदला। शनिवार को येदियुरप्पा के घर पर उनके समर्थकों ने बैठक की। सूत्रों के मुताबिक आठ मंत्रियों व १५ विधायकों ने उन्हें इस्तीफे सौंप दिए हैं। मंत्रियों में शोभा करांदलजे, बासवराज बोम्माई, उमेश कट्टी, सीएम उडासी, वी. सोमन्ना, एमपी. रेणुकाचार्य, मुरुगेश निरानी शामिल हैं।
इनमें से एक मंत्री ने कहा, 'हमारे नेता (येदियुरप्पा) इन इस्तीफों के बारे में कोई भी निर्णय लेने का स्वतंत्र हैं। हम पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। जबकि ऐसा कुछ नहीं था। इसलिए हमने इस्तीफा देने का निर्णय लिया।' सूत्रों के मुताबिक, कुछ मंत्रियों समेत ३८ विधायकों ने मुख्यमंत्री गौड़ा को पत्र लिखकर विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की है। उधर, आरएसएस नेता सतीश येदियुरप्पा को यह समझाने में नाकाम रहे कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं, जिससे पार्टी को नुकसान हो।
मुख्यमंत्री सदानंद ने गौड़ा एक सवाल के जवाब में कहा, 'मुझे इस्तीफे संबंधी कोई जानकारी नहीं है। मुझे कोई इस्तीफा नहीं मिला है। इसलिए भाजपा सरकार पर कोई संकट नहीं है।' गौड़ा ने कहा कि वे संसद की ६०वीं वर्षगांठ के मौके पर रविवार को नई दिल्ली जाएंगे। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेताओं से इस बारे में चर्चा करने की उनकी कोई योजना नहीं है।
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