मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्याकांड में सीबीआई ने पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. सीबीआई ने शुक्रवार को इंदौर सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट पेश की. खास बात ये है कि चार्जशीट में बीजेपी के दो नेताओं ध्रुव नारायण सिंह और तरुण विजय का नाम नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इनके खिलाफ जांच जारी रहेगी.
जांच एजेंसी ने भोपाल की इंटेरियर डिज़ाइनर जाहिदा परवेज़, उसकी सहेली सबा फारूकी, साक़िब डेंजर, इरफान और ताबिश के खिलाफ हत्या की साजिश और सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. सभी पांचों आरोपियों की न्यायिक हिरासत शनिवार को खत्म हो रही है.
सीबीआई को जांच के दौरान शहला और तरुण विजय के बीच जुलाई और अगस्त 2011 के बीच सैंकड़ों बार लंबी बातचीत होने का पता चला था. यही नहीं, ध्रुव नारायण सिंह का सीबीआई ने लाइ डिटेक्टर टेस्ट भी कराया था. पूछताछ के दौरान उन्होंने सीबीआई के सामने शहला और जाहिदा दोनों से अपने संबंधों की बात कबूली थी. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में जाहिदा की डायरी को बड़ा सबूत माना है. डायरी से ही ये खुलासा हुआ है कि जाहिदा शहला से ध्रुव नारायण सिंह के संबंधो को लेकर नाराज रहती थी और इसलिए उसने सुपारी देकर शहला की हत्या कराई. यहां तक की डायरी में शहला के हत्यारों से जाहिदा की हुई बातचीत का भी ब्योरा मिला है. आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद की 16 अगस्त 2011 को भोपाल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
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