त्रिपुरा सरकार भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्न ोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) की मदद से राज्य में एक सॉफ्टवेयर टेक्न ोलॉजी पार्क (एसटीपी) स्थापित करने जा रही है। एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि इसका मकसद पूर्वोत्तर क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना और ई-शासन के माध्यम से गांव देहातों तक पहुंच सुनिश्चित करना है। यह पूर्वोत्तर का पांचवां ऐसा पार्क होगा। त्रिपुरा औद्योगिक विकास निगम (टीआईडीसी) के अध्यक्ष पबित्र कार ने आईएएनएस से कहा, "43 करोड़ रुपये से प्रस्तावित पार्क औद्योगिक रूप से पिछड़े पूर्वोत्तर क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग को बढ़ावा देगा।"
पार्क के विकास के लिए टीआईडीसी एक नोडल निकाय है, जबकि हैदराबाद की कम्पनी एवन टेक्न ोलॉजीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सलाहकार है तथा मुम्बई की कम्पनी डी.के. इंफ्रास्ट्रक्च र प्राइवेट लिमिटेड परियोजना का निर्माण कर रही है। मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने सोमवार को परियोजना के लिए औपचरिकताओं की शुरुआत कर दी। इस परियोजना को अब से 18 महीने के भीतर पूरा किया जाना है। पूर्वोत्तर के अन्य एसटीपी में शामिल हैं गुवाहाटी, इम्फाल, गंगटोक और आईजोल एसटीपी। इनमें से कुछ में काम शुरू हो चुका है, जबकि कुछ का निर्माण जारी है। कार ने कहा, "एसटीपी की मदद से सरकारी विभाग नागरिकों की सेवा अधिक सामथ्र्य और उत्पादकता से कर सकेंगे।"
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