ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजेडी) की पटनायक सरकार खतरे में पड़ती नजर आ रही है। पार्टी के 25 से ज्यादा विधायकों, 4 मंत्रियों ने सांसद प्यारी मोहन महापात्रा के घर भुवनेश्वर में बैठक की और उन्हें अपना समर्थन दिया है। ये मुश्किल तब आई है जब मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आधिकारिक दौरे पर लंदन में हैं। सूत्रों का कहना है कि बागी नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं।
बीजेडी नेता प्यारी मोहन महापात्रा पर इस बगावत को हवा देने का आरोप है। प्यारी राज्यसभा सांसद हैं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के मुख्य राजनीतिक सलाहकार भी। पार्टी पर कब्जे को लेकर प्यारी और नवीन में बीते साल भर से खटपट चल रही है। मंगलवार को नवीन की गैरहाजिरी में प्यारी ने अपने आवास पर बीजेडी विधायकों की बैठक बुलाई। बैठक में पहुंचे 25 विधायकों और तीन मंत्रियों ने प्यारी को अपना समर्थन दिया है।
सूत्रों का कहना है कि प्यारी ने बैठक में मौजूद विधायकों से लिखित में समर्थन लिया है। हालांकि बैठक में शामिल विधायकों ने बगावत की बात को सिरे से नकार दिया। बगावत की बू आते ही नवीन समर्थकों ने भी देर रात बैठक बुलाई जिसमें 20 से ज्यादा विधायक शामिल हुए। नवीन समर्थकों ने पार्टी में बगावत का पुरजोर विरोध किया। ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से 103 बीजेडी के खाते में हैं। अगर बागी नेता नई सरकार बनाने की कोशिश करते हैं तो उन्हें 73 विधायकों की जरूरत होगी। ऐसे हालात में कांग्रेस के 26 विधायक बागी गुट को समर्थन दे सकते हैं।
12 साल से ओडिशा की गद्दी संभाल रहे नवीन पटनायक के खिलाफ बगावत का ये पहला मौका है और वो भी तब सामने आया है जब वो आधिकारिक दौरे पर लंदन में हैं। सूत्रों का कहना है कि सियासी हलचल की जानकारी मिलते ही नवीन ने अपना दौरा बीच में छोड़कर लौटने का फैसला लिया है। इस बीच कहा जा रहा है कि प्यारी अपने समर्थकों के साथ आज राज्यपाल से मिल सकते हैं।
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