भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय जोशी ने गुरुवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का कहना है कि जोशी के इस्तीफे के बाद अब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे। जोशी और मोदी के रिश्ते सौहार्दपूर्ण नहीं माने जाते। गडकरी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की गुरुवार को शुरू हुई दो दिवसीय बैठक से पहले कहा कि जोशी ने खुद इस्तीफा दिया है इसलिए उनकी मौजूदगी को लेकर पार्टी में कोई मतभेद नहीं हैं।
गडकरी ने कहा कि उन्होंने मोदी से बात की है। वह बैठक में शामिल होने के लिए अहमदाबाद से मुम्बई रवाना हो गए हैं। उन्होंने कहा, "मोदी ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह पार्टी व राष्ट्र की मजबूती के लिए मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। मैं राष्ट्रीय कार्यकारिणा में उनका स्वागत करता हूं।" गडकरी ने पार्टी में इस मुद्दे पर विवाद समाप्त होने पर खुशी जतायी।
कार्यकारिणी में जोशी की मौजूदगी के चलते मोदी ने दो दिवसीय बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया था। इसके बाद जोशी ने इस्तीफे की पेशकश की थी। मोदी ने खुद को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से अलग कर लिया था। वह जोशी को चुनाव अभियान के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण पद दिए जाने से नाराज थे। जोशी इससे पहले 2005 में पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे चुके हैं। एक वीडियो क्लिप में उन्हें एक महिला के साथ दिखाए जाने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। गडकरी ने बाद में उनकी दोबारा नियुक्ति कर दी थी। इससे उनके व मोदी के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी।
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