छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन 13 दिनों तक माओवादियों के कब्जे में रहने के बाद गुरुवार को रिहा हो गए। कलेक्टर मेनन को लेने माओवादियों के मध्यस्थ ताड़मेटला गांव के लिए रवाना हुए थे। यहां नक्सलियों के सहयोगी मध्यस्थों को अपने साथ जंगल के भीतर ले गए हैं।
सुकमा जिले से मिली जानकारी के अनुसार माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और हरगोपाल आज हेलिकाप्टर द्वारा रायपुर से चिंतलनार पहुंचे। इसके बाद वे जीप से ताड़मेटला गांव के करीब तक पहुंचे थे। इसके बाद माओवादियों के सहयोगियों ने शर्मा और हरगोपाल को अपने साथ पैदल जंगल की ओर ले गए।
मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रमुख सचिव के माओवादियों की ओर से मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल ताड़मेटला के करीब पहुंच गए हैं। कलेक्टर की रिहाई के बाद उन्हें जंगल से निकालने के लिए राज्य शासन ने पूरी व्यस्था कर ली है। राज्य के सुकमा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और राजधानी रायपुर में चिकित्सा अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। कलेक्टर मेनन की रिहाई के बाद उनका चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा। चिंतलनार क्षेत्र में भी एक एम्बुलेंस को तैनात किया गया है।
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