एयर इंडिया के पायलटों की हडताल का समाधान नहीं निकाल पाने को लेकर विपक्ष ने मंगलवार को उड्यन मंत्री को जमकर घेरा. संसद सत्र के दौरान सदन के बाहर इस राष्ट्रीय एयरलाइनर के निजीकरण का संकेत वाला बयान देने के लिए विपक्ष ने विमानन मंत्री अजित सिंह पर निशाना साधा. इस मुद्दे पर हुए हंगामे के कारण सदन की बैठक भोजनावकाश से आधे घंटे पहले दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पडी.
अजित सिंह पर हल्ला बोलते हुए विपक्ष ने धमकी दी कि सदन के बाहर नागर विमानन से जुडे नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए वह उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगा.
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की अगुवाई में विपक्ष ने इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराया. भारी हंगामे के कारण सदन की बैठक दोपहर साढे बारह बजे ही स्थगित कर दी गयी. विपक्षी सदस्यों ने सदन में मंत्री की नामौजूदगी पर कडी आपत्ति की और अध्यक्ष मीरा कुमार से कहा कि वह सरकार को अजित सिंह को सदन में बुलाने का निर्देश दें. सुषमा के साथ उनकी पार्टी के सदस्य, माकपा, भाकपा और जद-यू भी अजित सिंह की टिप्पणी का विरोध कर रहे थे. सिंह ने मीडिया के सामने निजीकरण जैसे नीतिगत मसले पर बोल दिया इसलिए यह विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है. सुषमा ने कहा कि जब सिंह ने एयर इंडिया और उसके पायलटों की हडताल पर हुई चर्चा का जवाब इस सदन में देना बाकी है तो वह नीतिगत मसलों पर सदन से बाहर कैसे बोल रहे हैं.
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