अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के खिलाफ दायर याचिका आज वापस ले ली है. इस याचिका में उन्होंने रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों द्वारा सेना प्रमुख वी.के. सिंह के इशारे पर परेशान किए जाने के मामले की जांच कराने की मांग थी.
तेजिंदर सिंह के वकील राजीव धवन ने कोर्ट से इस मुद्दे को सही जगह उठाने के लिए याचिका वापस करने की इजाजत मांगी. इस पर जस्टिस पी. सतशिवम ने उन्हें ऐसा करने की मंजूरी दे दी. रिटायर्ड जनरल तेजिंदर सिंह को इस मामले में कुछ और सबूत मिले हैं और उनके पास सीडी में रिकॉर्ड की गई बातचीत भी है, लिहाजा इन सबको जोड़कर वो एक नई याचिका दाखिल करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट में दायर इस याचिका में तेजिंदर सिंह ने यह आरोप लगाया था कि उन्हें इस बात का शक है कि सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के इशारे पर उनका फोन भी टैप किया गया और उन्होंने इस मामले की भी सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की थी. गौरतलब है कि सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह ने मीडिया में यह खुलासा करके पूरे रक्षा महकमे में खलबली मचा दी थी कि एक सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी ने उन्हें टाट्रा ट्रक की खरीद के आर्डर को मंजूरी देने के लिए 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की थी और उन्होंने तत्काल यह बात रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी को जाकर बताई थी. जनरल के खुलासे का समर्थन करते हुए रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी कहा था कि उन्हें जनरल वीके सिंह ने बताया था कि तेजिंदर सिंह ने घूस देने की कोशिश की थी.
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