भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा के लिए गरीब बच्चों को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार ने इस वर्ष आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में फिर गलत प्रश्न पूछे जाने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष तीन ऐसे प्रश्न पूछे गये, जो गलत हैं।
आनंद ने बताया कि परीक्षा के तुरंत बाद ही यह बात सामने आ गई थी कि तीन प्रश्न गलत पूछे गये हैं और जब वेबसाइट पर प्रश्नों के उत्तर दिए गए तो यह और भी स्पष्ट हो गया। इसके बाद भी आईआईटी गलती स्वीकारने की बजाय औसत अंक (एवरेज मार्किंग) करने की बात कर रहा है। वे कहते हैं कि आईआईटी की वेबसाइट पर दिये गये प्रश्नों के उत्तर में रसायन शास्त्र और गणित के हल प्रश्नों के नीचे लिख दिया गया है कि इस प्रश्न के लिए शून्य नंबर दिए जाएंगे। इसी तरह भौतिकी के छठे प्रश्न के दो विकल्पों को सही कहा गया है।
आनंद ने कहा आईआईटी के प्रोफेसर पिछले कई वषरे से प्रश्नों को हल करने और प्रश्न पूछने में लापरवाही बरत रहे हैं। दो वर्ष पूर्व भी हिन्दी माध्यम से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को कम अंक देने की बात सामने आई थी जबकि पिछले वर्ष प्रवेश परीक्षा में 18 अंक के प्रश्न गलत पूछे गये थे। इसमें भी औसत अंक दिये गये जिससे मेधावी छात्रों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। वे कहते हैं कि ऐसे में जहां आईआईटी की विश्वसनीयता घटी है वहीं छात्रों का विश्वास भी डगमगाया है। छात्र गलत प्रश्नों को हल करने में अधिक समय लगा देते हैं।
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