कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी संसदीय दल की बैठक में साफ तौर पर कहा है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसी के साथ उन्होंने सासंदों से उत्तर प्रदेश और पंजाब की हार को भूलकर अगले चुनावों की तैयारियों में जुटने को कहा है.
सोनिया गांधी ने अनुशासनहीतना और भीतरघात को पार्टी की बड़ी कमजोरी बताया और साथ ही कहा कि अब इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'जनता हमें देख रही है और ऐसे में हमें खुद पर ध्यान देने की जरूरत है. अनुशासनहीनता बड़ी कमजोरी है. पंजाब और यूपी चुनाव में पार्टी को भीतरघात और गलत बयानबाजी का काफी सामना करना पड़ा और यही हार का कारण बनीं. इन दोनों ही मुद्दों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
सोनिया गांधी ने सांसदों को आपसी झगेड़े भूलकर मिलकर काम करने की नसीहत भी दी. इसके अलावा उन्होंने एनसीटीसी (नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर)के मुद्दे पर चल रहे गतिरोध पर कहा कि केंद्र और राज्यों में बेहतर संवाद की जरूरत है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें