नक्सलियों ने ट्रेन में बम रखा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 15 मई 2012

नक्सलियों ने ट्रेन में बम रखा.


झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के पोसैता रेलवे स्टेशन के निकट नक्सलियों ने सोमवार देर रात टाटा बिलासपुर पैसेंजर ट्रेन पर कब्जा करने के बाद इंजन में संदिग्ध विस्फोटक रख दिया। नक्सलियों ने जमशेदपुर से  छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जा रही 58113 अप टाटा बिलासपुर पैसेंजर पर कब्जा जमा लिया। उन्होंने करीब 40 मिनट बाद ट्रेन को छोड़ा। इसके बाद ट्रेन को निकटवर्ती मनोहरपुर स्टेशन पर लगभग आठ घंटे तक रोक कर रखा गया और इसकी व्यापक तलाशी ली गई जिसमें एक संदिग्ध बम मिला। ट्रेन को आज सुबह सवा छह बजे राउरकेला होते हुए गंतव्य के लिए रवाना किया गया। 

पुलिस अधीक्षक के अनुसार ट्रेन रात करीब साढ़े नौ बजे पोसैता पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में हथियारबंद नक्सलियों ने इसके इंजन और अन्य बोगियों में माओवादी बैनर लगा दिए। बाद में ट्रेन को जब छोड़ दिया गया तो मनोहरपुर में सुरक्षाबलों और विस्फोट विशेषज्ञों ने इसकी व्यापक तलाशी की। इस दौरान इंजन से टिफिन बम जैसा एक संदिग्ध विस्फोटक बरामद किया गया जिसकी जांच की जा रही है। दक्षिण पूर्व रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक  ने बताया कि ट्रेन को सुरक्षा कारणों से मनोहरपुर में रोक कर रखा गया था। इसके कई यात्रियों को दूसरी ट्रेनों से रवाना कर दिया गया।

प्रत्यक्षदर्शियों  के अनुसार नक्सलियों ने किसी रेलयात्री अथवा कर्मी को नुकसान नहीं पहुंचाया। नक्सल प्रभावित झारखंड, बंगाल और ओड़िशा के इस सीमावर्ती क्षेत्र में माओवादियों ने रेलगाड़ियों या रेल पटरियों को कई बार निशाना बनाया है। लगभग दो साल पहले इसी क्षेत्र में पटरी क्षतिग्रस्त किए जाने से टाटा-बिलासपुर एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसमें दो यात्रियों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे। नक्सलियों ने मई 2010 में सीमावर्ती पश्चिम बंगाल के झारग्राम स्टेशन के निकट पटरी क्षतिग्रस्त कर दी थी जिसके कारण हुई भीषण ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्घटना की वजह से टाटानगर से ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के लिए रात्रि ट्रेनों का परिचालन लगभग 19 माह तक ठप था। उस दुर्घटना में 148 यात्री मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।

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