गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारेह में बांग्ला अभिनेता सौमित्र चटर्जी को 2011 के लिए भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. 77 वर्षीय इस अभिनेता ने 1959 में सत्यजीत रे की फिल्म 'अपूर संसार' में पहली बार काम किया था. चटर्जी ने तपन सिन्हा, मृणाल सेन, अजय कार और तरुण मजुमदार की फिल्मों समेत चार सौ से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
चटर्जी की प्रमुख फिल्मों में अपूर संसार, देवी, खुदितो पाषाण, दीन कन्या, अभिजान, चारुलता, कापुरुष, आकाश कुसुम, अरनयर दिनरात्रि, आशानि संकेत, सोनार केला, जोय बाबा फेलुनाथ, हीरक राजार देशे, गणशत्रु, शाखा प्रोशाखा, पदाक्षेप और अंगशुमानेर शोबी हैं.
फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार संयुक्त रूप से निर्माता अभिजीत घोलप व निर्देशक उमेश विनायक कुलकर्णी की मराठी फिल्म 'देउल' और निर्माता टीएच अल्ताफ हुसैन व निर्देशक सुवीरम की 'ब्यारी' (ब्यारी भाषा) को दिया जाएगा. इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल और 2,50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है.
गैर फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार निर्माता व निर्देशक प्रमोद पुर्सवाने की 'एंड वी प्ले ऑन' (हिंदी व अंग्रेजी) है. इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल और 1,50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है. सिनेमा श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए हार्पर कॉलिंस इंडिया द्वारा प्रकाशित और अनिरुद्ध भट्टाचार्य व बालाजी वित्तल की लिखी गई पुस्तक 'आरडी बर्मन-द मैन, द म्यूजिक' को मिलेगा. असम के मनोज बरपुजारी को सर्वश्रेष्ठ फिल्म समालोचक के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
फीचर फिल्म श्रेणी में पांच फिल्मों ने तीन-तीन पुरस्कार जीते हैं. द डर्टी पिक्चर (हिन्दी), बाल गंधर्व (मराठी), अन्हे घौड़े दा दान (पंजाबी), देउल (मराठी) और रंजना आमी आर आश्बो ना (बांग्ला). छह फिल्मों ने दो-दो पुरस्कार जीते हैं. चिल्लर पार्टी (हिन्दी), अझग्रसामयीन कुथिराई(तमिल), आरण्यकंदम (तमिल), फिजीगी मानी (मणिपुरी), जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (हिन्दी) और गेम (हिन्दी).
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार देउल (मराठी) के लिए गिरीश कुलकर्णी और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार द डर्टी पिक्चर (हिन्दी) के लिए विद्या बालन को दिया जाएगा. इसके अलावा फिल्म राजा हरिश्चंद्र के पहली बार प्रदर्शन के 100वें वर्ष की शुरुआत होगी. इसके साथ ही 59वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा का शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत करेगा. गौरतलब है कि पूर्व में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार राष्ट्रपति की ओर से प्रदान किए जाते रहा हैं, लेकिन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल विदेश दौरे पर हैं. इस मौके पर सूचना व प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी.
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