मेरीकोम ने लंदन ओलम्पिक में हिस्सा लेने की योग्यता हासिल कर ली है। महिला मुक्केबाजी को पहली बार ओलम्पिक में शामिल किया गया है। मेरीकोम ने शुक्रवार को यह योग्यता पाई। मेरीकोम को हालांकि यह योग्यता तोहफे में मिली क्योंकि उनकी उम्मीद मुक्केबाज निकोला एडम्स पर टिकी थी। निकोला ने रूस की येलेना सावेलयेवा को विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हराकर मेरीकोम को यह तोहफा दिया। निकोला के हाथों क्वार्टर फाइनल में हारकर ही मेरीकोम छठी बार विश्व खिताब जीतने से चूक गई थीं।
मेरीकोम को एशिया क्षेत्र से उपलब्ध दो सीटों में से एक प्राप्त हुआ। चीन की रेन चानचान 51 किलोग्राम वर्ग में पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं। उत्तर कोरिया की हेई किम भी इस वर्ग में ओलम्पिक सीट की दौड़ में शामिल थीं। मेरीकोम ने निकोला के मुकाबले के बाद कहा, "मैं इस मुकाबले को लेकर तनाव में नहीं थी। मैं सोच रही थी कि जब मेरे हाथ में कुछ है ही नहीं तो फिर चिंता क्या करना। मैं सिर्फ भगवान के बारे में सोच रही थी। भगवान ने मेरा संघर्ष देखा है और मैं जानती थी कि वह उसे बेकार नहीं जाने देंगे।"
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