उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को पूरे दौरे के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा। दौरे के आखिरी दिन बुधवार को भी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उपेक्षा की शिकायत का सिलसिला जारी रहा। तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन राहुल गांधी ने जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और जिले में पार्टी की हार के कारण जानने की कोशिश की। बाकी विधानसभा क्षेत्रों की ही तरह जगदीशपुर के कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी नेतृत्व से संवाद न होना और ईमानदार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को हार का कारण बताया।
इससे पहले सोमवार और मंगलवार को तिलोई, सलोन, अमेठी और गौरीगंज विधानसभा क्षेत्रों में हुई बैठकों के दौरान भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने उपेक्षा की शिकायत की थी, जिसपर राहुल ने पार्टी संगठन में बूथ स्तर से लेकर राज्य स्तर तक तीन महीने में बदलाव करने की बात कही थी। राहुल ने यह भी कहा था कि अब नेतृत्व, पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित करेगा। ईमानदार और मेहनती कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलेगी। इस दौरान हालात बदलने का आश्वासन देते हुए राहुल ने कहा था कि कार्यकर्ता पुरानी बातें भूलकर आगामी चुनावों के लिए मेहनत करें।
ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव में अमेठी की पांच सीटों में से कांग्रेस को केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल हो पाई थी। पड़ोस की रायबरेली की पांचों सीटों पर कांग्रेस का सफाया हो गया था। जगदीशपुर में बैठक समाप्त करने के बाद राहुल दोपहर में सीधे हवाई अड्डे पहुंचे और एक निजी विमान से असम के लिए रवाना हो गए।
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