वर्ष 2013 से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), एनआईटी और आईआईआईटी जैसे शिक्षा संस्थानों में दाखिले के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को एक नई प्रवेश परीक्षा प्रक्रिया से गुजरना होगा। इस प्रक्रिया में कक्षा बारहवीं की परीक्षा के परिणामों को भी शामिल किया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने सोमवार को तीनों संस्थानों के संयुक्त परिषद की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह घोषणा की।
नई परीक्षा मौजूदा आईआईटी-जेईई और एआईईईई जैसी परीक्षाओं को हटा देगी। नई पद्धति के तहत परीक्षार्थी एक मुख्य परीक्षा देंगे और उसी दिन एक एडवांस परीक्षा देंगे। केंद्रीय सहायता पर चलने वाले सभी संस्थानों में दाखिले के लिए 40 फीसदी महत्व 12वीं परीक्षा परिणाम को दिया जाएगा। शेष 60 फीसदी अंक में से आधा-आधा महत्व मुख्य परीक्षा और एडवांस परीक्षा को दिया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें