रेल मंत्रालय ने 10 जुलाई से तत्काल टिकटों की बिक्री का वक्त बदलकर सुबह 10 से 12 बजे तक करने की घोषणा की है, जो अभी सुबह आठ से 10 बजे तक होती है।
रेलवे की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए बयान के अनुसार, 10 जुलाई से यात्रा के एक दिन पहले तत्काल टिकट काउंटरों पर सुबह 10 से 12 बजे तक टिकट लिए जा सकेंगे और इस दौरान कोई भी अधिकृत एजेंट तत्काल टिकट नहीं ले पाएगा। इस कदम को रेलवे की तत्काल सेवा को बेहतर बनाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है, जिसके खिलाफ पिछले कुछ दिनों से काफी शिकायतें आ रही थीं।
रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से न सिर्फ टिकट काउंटरों पर दबाव कम होगा, बल्कि तत्काल टिकट लेने वाले लोगों के लिए भीड़ भी कम होगी। इसके अलावा ऑनलाइन टिकट सुविधा वाली वेबसाइट पर भी दबाव कम होगा। अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही तत्काल आरक्षण के लिए अलग से काउंटर खोले जाएंगे और अनियमितता रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरा भी लगाए जाएंगे। इसके साथ ही टिकट बुक करने वाले कर्मचारियों को काउंटरों पर जाने वक्त मोबाइल ले जाने की भी अनुमति नहीं होगी। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस बदलाव से दलालों पर लगाम कसने में भी मदद मिलेगी। गौरतलब है कि अभी तत्काल सेवा लगभग 2677 ट्रेनों में उपलब्ध है, जिससे लगभग एक लाख 71 हजार सीटें आरक्षित होती हैं। रेलवे ने 2011-12 के दौरान इस सेवा से 847 करोड़ रुपए की कमाई की।
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