स्थानीय शिकारपुर थाना के धनकुटवा गाँव में जमीनी विवाद को लेकर हुई मारपीट में एक महिला समेंत तीन व्यक्तियो के जख्मी होने की खबर मिली है । सूत्रो की खबर के अनुसार शनिवार को धनकुटवा गाँव में वहाँ के निवासी सुरेश मिश्र अपनी निजी भूमि पर मकान बनवाने के लिए बुनियाद की खुदायी करा रहे थे इसी दौरान छोटे मिश्र एवं उसके सहयोगियो ने जबरन जमीन दखल करने की नियत से वहाँ पहुँचे और सुरेश मिश्र पर लाठी से प्रहार कर दिये बीच बचाव करने पहुँची पत्नी इन्दिरा देवी पुत्र उदय मिश्र को भी उपर्युक्त लोगो ने निर्मम पिटायी की । सभी घायलो का इलाज सरकारी अस्पताल नरकटियागंज में किया गया ,इस संबंध में सुरेश मिश्र ने शिकारपुर थाना में एक आवेदन दिया है ।
महज पुलिस से मुंह लगाने की यह सजा मिलेगी तो शायद बाबूजान पुलिस अधिकारी से लोकतंत्र और आजादी आम आदमी की,बात नही करता । वाकया है, शिकारपुर थाना में पदस्थापित आईपीएस (प्रशिक्षुु) अधिकारी चन्दन कुमार कुशवाहा के द्वारा पुर्व मे वाहन जाँच अभियान के दौरान युवा काँग्रेस वाल्मीकिनगर लोकसभा महासचिव बाबूजान अंसारी सहित आमलोगों के साथ दुर्व्यवहार, गाली-गलौज व मारपीट के मामले को लेकर बाबूजान अंसारी के द्वारा बिहार मानवाधिकार आयोग में प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी के विरूद्ध दायर याचिका को लेकर बौखलाए एएसपी श्री कुशवाहा के दहशत से श्री अंसारी समेत उनके परिवार वाले काफी भयभीत है।पुलिस की ज्यादती के शिकार बने बाबूजान अंसारी ने बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को आवेदन देकर खुलासा किया है कि 27 जून 2012 को नामटिस के माध्यम से उन्हें शिकारपुर थाना बुलाया गया और एएसपी श्री कुशवाहा ने श्री अंसारी को आई0एस0आई0 का एजेन्ट होने की बात कह कर हाजत में बंद कर घंटो बेरहमी से पिटायी की और एक आवेदन लिखवाया और साथ हीं साथ 6 सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराते हुये उनके द्वारा मानवाधिकार आयोग में दायर याचिका को वापस लेने का दबाव बनाया और धमकी के साथ करीब 12 बजे रात्रि को छोड दिया। याचिका वापस नहीं लेने पर झुठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने की धमकियां बाबूजान के परिजनों को बराबर मिल रही है, जिससे बाबूजान व उसके परिजन काफी दहशतजदा है। श्री अंसारी ने डीजीपी बिहार को आवेदन देते हुये अपने व परिवार के लोगों की जान माल की सुरक्षा के साथ न्याय की गुहार लगायी है। हालांकि पुलिस की इस ज्यादती को लेकर शहर में अटकलों का बाजार गर्म है कि जब रक्षक हीं भक्षक बन जाये तो सुशासन की सरकार में भला न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है। शहर में इस घटना को लेकर विभिन्न राजनैतिक, समाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और आम लोगों में आक्रोश पनपने लगा जो कभी विस्फोटक हो सकता है।
नरकटियागंज प्रखण्ड के नौतनवा पंचायत के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय ओदरवा में चोरी का मामला सामने आया है । इस संबंध में प्रधान शिक्षक ने शिकारपुर थाना को पत्रांक 38 दिनांक 26 जून 2012 द्वारा आवेदन देते हुए कहा है कि ग्रीष्मावकाश के उपरान्त जब विद्यालय खोला गया तो पता चला की मघ्यान्ह भोजन की चावल व बर्तन तथा कुछ लकड़ियाँ चोरी जा चुकी है । प्रधान शिक्षक ने पुलिस को बताया कि उन्होने इसकी सूचना विभागीय अधिकारियो को दे दिया है । शिकारपुर पुलिस मामले की छानबीन करने की बात प्रधान शिक्षक से कर रही थी।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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