राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री पद के लिए एनडीए की ओर से धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सफाई मांगी है। मंगलवार को श्री लालू प्रसाद ने कहा कि आरएसएस और भाजपा की गोद में बैठकर शासन करने वाले मुख्यमंत्री स्पष्ट करें, एनडीए में सेक्यूलर कौन है?
राजद अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार खुद को प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश करना चाहते हैं। इसके लिए वे अपनी जगह बना रहे हैं। मुख्यमंत्री भाजपा में झगड़ा कराकर अपने नाम पर सहमति बनवाने की कोशिश में हैं। उन्हें बताना चाहिए कि लोकसभा चुनाव 2014 को लेकर प्रधानमंत्री पद के लिए सेक्यूलर उम्मीदवार की याद अभी कैसे आ रही है?
अगले लोकसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत कहां आने जा रहा है जो नीतीश कुमार अभी से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार खोज रहे हैं। यह तो ‘गाछे कटहल-ओठे तेल’ जैसी बात है। जिस गिरोह में बैठकर वे सात साल सत्ता का सुख ले रहे हैं उसमें एक भी सेक्यूलर है क्या? गोधरा कांड के समय तो नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्षता की याद नहीं आई थी। श्री लालू प्रसाद ने कहा कि एटीएस और दूसरे राज्यों की पुलिस बिहार के विभिन्न जिलों से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को आतंकवादी बताकर ले जा रही है लेकिन नीतीश सरकार कुछ नहीं कर रही। गत वर्ष फारबिसगंज में अल्पसंख्यक समुदाय के चार लोगों की हत्या हुई लेकिन मुख्यमंत्री इस मामले की सीबीआई से जांच नहीं करा रहे हैं।
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