इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने देश में केन्द्रीय स्वास्थ्य नीति के खिलाफ 25 जून को एक दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है. डॉक्टरों की संस्था क्लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एंड प्राइवेट प्रैक्टिस एक्ट के विरोध में इस हड़ताल का आह्वान किया गया है. इसके तहत सरकारी नौकरी में रहते हुए डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने का प्रावधान है. इस दौरान देश में इमरजेंसी सेवा को छोड़ पूरी चिकित्सा सेवा को बंद रखा जाएगा. देशभर में क्लीनिक, नर्सिंग होम बंद रहेंगे.
डॉक्टरों की शिकायत है कि नए कानून से उनके लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा. नए कानून के विरोध में देशभर के डॉक्टर सोमवार को जगह-जगह धरना देंगे और काली पट्टी लगाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
डॉक्टरों का कहना है की केन्द्र सरकार ने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया को भंग कर नेशनल कमीशन फार ह्यूमन रिर्सोस फार हेल्थ का गठन किया है.
सरकार ने क्लीनिकल स्टेबलिशमेंट एक्ट 2010 कारपोरेट अस्पतालों को ध्यान में रखकर तैयार किया है. इससे छोटे अस्पतालों, नर्सिंग होम एवं निजी क्लीनिक के डॉक्टर अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर पाएगा. ये डॉक्टर केन्द्र सरकार से इन बदलावों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों की इस हड़ताल के चलते सोमवार को मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
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