महाराष्ट्र के मंत्रालय में भीषण आग लगने की खबर है। फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां आग बुझाने की कोशिशों में जुटी हैं। करीब 30 लोग अंदर फंसे बताए जा रहे हैं।कुछ लोग एसी की खिड़की से बाहर निकलने की कोशिश करते भी देखे जा रहे हैं।
आग सबसे पहले मंत्रालय की चौथी मंजिल पर लगी और तेजी से फैलने लगी। इस इमारत में मुख्यमंत्री समेत विभिन्न मंत्रियों के कार्यालय हैं। आग की खबर मिलते ही पूरी इमारत में घबराहट फैल गई। लोग निकल-निकल कर भागने लगे।
छठी मंजिल पर कई लोग फंसे हैं कई लोग खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश करते देखे जा रहे हैं। कुछ लोग मंत्रालय की छत पर भी हैं। उन्हें बचाने की कोशिश जारी है, लेकिन जैसे-जैसे आग फैलती जा रही है, इन लोगों की घबराहट बढ़ती जा रही है। कहा जा रहा है कि अंदर फंसे लोगों की संख्या 30 से भी ज्यादा है। आग पर काबू पाने की कोशिशों के बीच मंत्रालय को जाने वाली सभी प्रमुख स़डकें सील कर दी गई हैं। मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक सहित सभी प्रमुख पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी मौके पर हैं और खुद बचाव कार्यों की देखरेख कर रहे हैं।
आग लगातार फैलती जा रही है और अंदर फंसे लोगों को बचाना मुश्किल होता जा रहा है। इसी स्थिति में नेवी के विमानों की मदद लेने का फैसला किया गया है। कोशिश यह है कि नेवी के विमान के सहारे मंत्रालय की छत पर फंसे लोगों को बचा लिया जाए।
मंत्रालय में लगी इस भीषण आग के कारणों पर कोई जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। अधिकारियों का कहना है कि उनकी पहली प्राथमिकता फिलहाल आग बुझाना और अंदर फंसे लोगों को बचाना है। बाकी बातों पर बाद में विचार किया जाएगा। मगर, यह पूछा जा रहा है कि क्या इस आग लगने की वजह आदर्श और अन्य घोटालों से जुड़े अहम दस्तावेज जलाने की साजिश थी? इस सवाल का एक कारण यह भी है कि आग सबसे पहले चौथी मंजिल पर लगी जहां शहरी विकास मंत्रालय का ऑफिस है। इस सवाल का कोई जवाब फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक जितने बड़े पैमाने पर आग लगी है, उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कई अहम दस्तावेज इसकी भेंट चढ़ गए होंगे।
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