मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते छह दिन से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को सोमवार को अनुचित बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मस्तिष्क ज्वर का दौर चल रहा है। ऐसे कठिन समय में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल उचित नहीं है। चिकित्सकों को पूरी तन्मयता के साथ लगकर मरीजों का इलाज करना चाहिए।
राज्य सरकार का काम इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। इसके लिए चिकित्सकों की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की क्या समस्या है, राज्य सरकार उसे देखेगी। चिकित्सकों और परिजनों को दोनों को संयम से काम लेना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने भी पहल की है।
उल्लेखनीय है कि अपने एक सहकर्मी के साथ मारपीट की घटना के बाद 13 जून की रात से पीएमसीएच के करीब 500 जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। पीएमसीएच के प्राचार्य के साथ हड़ताली डॉक्टरों की कई दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है। पुलिस हिरासत में मौत की बढ़ रही संख्या पर एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। मानवाधिकार आयोग के मानदंड का अक्षरश: पालन इस प्रकार के मामलों में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस हिरासत में मौत की घटनाओं पर कोई पर्दा डाल नहीं सकता है। जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने कहा कि औरंगाबाद में कथित नक्सली संगठन से जुड़े व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत के मामले को मैंने गंभीरता से लेते हुए मुख्यालय से अधिकारियों की जांच टीम रवाना की थी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई को तार्किक परिणति तक पहुंचायेगा।
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