रोबिन इंटरनेषनल पुस्तक प्रकाषन ने रामकृष्ण परमहंस को स्वामी विवेकानंद बताया
नौगॉव (छतरपुर ) सीबीएसई बोर्ड के छात्र छात्राओं को जो पुस्तके अध्ययन हेतू दी जाती है उसमें हिन्दी भाषा में सामान्य जानकारी केलिए भाषा बोध नाम से जो पुस्तक अध्ययन हेतू प्रकाषित की है जिसके लेखक डॉ सी.एल. मिश्रा उप नियंत्रंक (अवकाष प्राप्त )व्यावसायिक परीक्ष मंडल मध्य प्रदेष भोपाल ने कक्षा 7 वी की जो पुस्तक जारी की है जिसके बिषय सूची के 10 पाठ में जागरण की सेवा जो पृष्ठ 39-40 पर जानकारी के साथ चित्र लगाये गये है , इस चित्र में देष के महापुरूष स्वामी रामकृष्ण परमहंस के के नीचे स्वामी विवेकानंद बताया गया है ।
नौगॉव नगर की षिक्षण संस्था तक्ष षिला सीनियर सेकेण्ड्री दौरिया नौगॉव के कक्षा 7 वी की परीक्षा उत्तीर्ण करने बाले छात्र रतनदीप गंगेले पिता श्री संतोष कुमार गंगेले निवासी वार्ड नं0 6 नौगॉव जिला छतरपुर मध्य प्रदेष ने इस पर आपत्ति अपने संस्था प्राचार्य पं0 श्री रमाषंकर मिश्र मनीषी जी के पास दर्ज कराई , जिस पर उन्होने उपरोक्त पुस्तक का अवलोकन करने के बाद इस प्रकार के प्रकाषन को ़त्रृटि पूर्ण बताया तथा खेद व्यक्त किया । इस सबंध में होनहार छात्र रतनदीप ने पुस्तक प्रकाष हमिदिया रोड भोपाल , को सूचना दी तो उन्होने इस आपत्ति को खारिज कर दिया, साथ ही कहा कि इसके लिए लेखक एवं व्यावसायिक षिक्षा मण्डल ही जुम्मेदार होगा ।
मध्य प्रदेष के अतिरिक्त यह भाषा बोध पुस्तक कक्षा 7 की देष के अनेक प्रदेषों में पढ़ाई जा रही है तथा बर्ष 2001 के आज तक इस संबंध मं किसी ने आपत्ति नही दर्ज कराई , इससे यह साबित होता है कि षिक्षण संस्थानों में न तो षिक्षकों को संबंधित व्यक्ति के चित्र की जानकारी है न ही बच्चों को यह ज्ञान है कि स्वामी विवेका नंद कौन है ? या स्वामी रामकृष्ण परमहंस कौन है ? इस बिषय को लेकर नौगॉव प्रेस क्लब के अध्यक्ष संतोष कुमार गंगेले ने बच्चों के साथ खिलवाड़ करने बाले व्यासवासिक षिक्षा मण्डल व्दारा इस प्रकार की महान गल्ति करने केलिए सबक सिखाने को लेकर भारत सरकार एवं प्रदेष सरकार के पास सम्पूर्ण जानकारी भेजकर कार्यावाही करने हेतू आगे की कार्यावाही की जा रही है ।
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