पीए संगमा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया और पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने उनके इस्तीफे को मंजूर भी कर लिया है। राकांपा नहीं चाहती थी कि संगमा राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ें।
इससे पहले जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा था कि संगमा राकांपा से इस्तीफा देंगे। स्वामी ने संगमा से उनके आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे पास राकांपा से इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपने आत्मसम्मान की रक्षा करनी है।
स्वामी ने कहा कि वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) से नाखुश हैं और राकांपा पर काफी दबाव है, क्योंकि वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ना चाहते हैं। संगमा को प्रलोभन दिया गया है कि यदि वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दें तो उन्हें मॉरिशस में भारत का राजदूत बना दिया जाएगा। संगमा ने स्वामी को बताया कि वह इस्तीफा देकर राकांपा की परेशानी दूर करना चाहते हैं।
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