रेलवे महकमा अपनी तत्काल स्कीम में कई बदलाव करने वाली है. टिकट दलालों से छुटकाटा पाने के लिए सरकार ने ऐसा करने जा रही है. अब टिकट दलालों और एजेंटों से सांठ गांठ करने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी. रेल मंत्रालय का कहना है कि तत्काल सेवा में हो रहे काला बाजारी को रोकने के लिए ऐसा किया जाएगा.
इसके अलावा एक ही पद पर 10-15 सालों से स्थापित हो गए अफसरों पर भी सवाल उठ सकते हैं, कि उनकी तबादला क्यों नहीं हुआ. रेलवे के निदेशक ने सारे मामलों के जांच के आदेश दे दिए है.
रेल मंत्रालय ने मंत्रालय की गड़बड़ियों के बाद अब समस्या को सुलझाने के लिए विभिन्न सुझावों पर विचार हो रहा है. हालांकि स्कीम को बंद करना आसान नहीं होगा क्योंकि इससे यात्रियों के नाराज होने का खतरा है. अब रेलवे तत्काल सेवा के तहत टिकट कटाने वाले यात्रियों से बुकिंग के समय ही पहचान पत्र मांगे जा सकते हैं और अचानक यात्रा का कारण पूछे जा सकते हैं, इसके अलावा गलत फोन नंबर और पता देने वालों का दिकट रद्द कर दिया जाएगा.
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